(1) उत्पाटदकता, सुरक्षा, गुणवत्ताप और पारिस्थिेतिकी में सुधार लानेके उद्देश्यय से अत्या।धुनिक एवं स्वंच्छ, कोयला प्रौद्योगिकियों को अपनाकरसरकारी कंपनियों के साथ-साथ केप्टिंव खनन कार्य के माध्याम से उत्पा दनमें बढ़ोतरीकरना।

(2) बढते प्रमाणित संसाधनों पर जोर देते हुए अन्वे‍षण प्रयासों में बढ़ोतरी करके संसाधन आधार को बढ़ाना।

(3) कोयले की तुरन्तं निकासी के लिए आवश्य्क अवसंरचना विकास को सुविधाजनक बनाना।